नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद तीर्थनगरी में करीब 40 साल से निवास कर रहे हिंदू शरणार्थियों में नागरिकता मिलने की आस जगी है। शरणार्थी परिवारों ने मंगलवार को विस अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल से मुलाकात की। विस अध्यक्ष ने शरणार्थियों को नागरिकता दिलवाने का आश्वासन दिया है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सभी हिंदू शरणार्थी परिवार के लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को भी जाना। सूत्रों के मुताबिक ऋषिकेश में पिछले करीब 40 सालों से पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थी परिवार बसे हुए हैं। इनको अभी तक भारत की नागरिकता नहीं मिल पाई है। जानकारी के अनुसार 148 लोग ऐसे हैं जिन्हें भारत की नागरिकता मिलना शेष है। विस अध्यक्ष ने शरणार्थियों को आश्वासन दिया कि वह इस संबंध में जल्द ही सरकार से बात करेंगे एवं शीघ्र नागरिकता दिलाने का प्रयास करेंगे। शरणार्थी परिवारों ने बताया कि कुछ लोगों को नागरिकता मिल चुकी है। शरणार्थी परिवार के लोगों ने नागरिकता संशोधन कानून के बन जाने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून बन जाने से अब उन्हें निश्चित ही भारत की नागरिकता मिलेगी। इस अवसर पर किशोर सोनी, हरीश आनंद, तेज कुमार, चेतन शर्मा, दौलत राम, प्रकाश, सुनील, अनिल कुमार, प्रदीप आदि मौजूद थे।
हिंदू शरणार्थियों में जगी नागरिकता की आस